
संस्कारों पर आधारित है धर्म: जैन
सोनीपत। शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कहा है कि मनुष्य के जीवन पर उसके धर्म के संस्कार प्रभाव छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक मनुष्य अपने आस-पास के वातावरण से जो संस्कार ग्रहण करता है, उसका असर उसके धार्मिक, सामाजिक आचरण पर प्रभाव डालता है। उन्होंने आह्वान किया कि युवा वर्ग को अपने संस्कार ज्ञान को बढाने के लिए बुजुर्गों के पास समय बिताना चाहिए, तभी धर्म को मजबूती मिलेगी।ओल्ड डीसी रोड स्तिथ वृंदावन गार्डन परिसर में विश्व आनन्द, सेवा चैरिटेबल द्वारा आयोजित श्री भागवत गीता ज्ञान यज्ञ में शिरकत करते हुए मंत्री कविता जैन ने कहा कि हमारे ऋषि मुनियों ने मानव जीवन को पवित्र एवं मर्यादित बनाने के लिए संस्कारों का आविष्कार किया था। धार्मिक ही नहीं अपितु वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इन संस्कारों का हमारे जीवन में महत्व है। भारतीय संस्कृति की महानता में इन संस्कारों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य संस्कार के अनुसार ही क्रियान्वित होते हैं। उन्होंने कहा कि धर्म को बचाने के लिए पहले संस्कारों को आधार बनाना पडेगा और संस्कार मजबूत करने के लिए हमें अपने युवाओं को बुजुर्गों के पास समय बिताने के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने आयोजन में पहुंचे श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वह अपने बच्चों को बेहतर संस्कार दें, ताकि वह समाज व देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। इस मौके पर आयोजकों ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।